तुम ही हो
एहसास हो तुम मेरे
तुमही तो सहारा हो
इक हात तुम्हारा है
इक साथ तुम्हारा है
तुमही हो जीवन में
नैय्या और धारा हो
तुमही तो सागर हो
तुम ही तो किनारा हो
एक मैं भटका राही
तूम ही तो मंज़िल हो
मिट जायें अंधेरा ये
तुम ही ओ उजाला हो
तूम ही हो जीवन में
जीवन ही तुम्हारा है
कही भूल न जाऊ मैं
बस तू ही सहारा हो
इस पल और उस पल की
क्या बात सुनावू मैं
जिस पल ने मुझे तुझसे
पलभर में मिलाया है
आँधी और तूफ़ाँने
यहाँ शोर मचाया था
इक तेरी झलक प्यारी
कहूँ कैसे संभाला है
❤️🙏❤️
Comments